आरएसएस (RSS) का फुल फॉर्म Rashtriya Swayemsewak Sangh है।”राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ” एक हिन्दू राष्ट्रवादी संगठन है जो भारत में व्यापक रूप से अपनी गतिविधियों को चलाता है। इस संगठन को अर्धसैनिक भी कहा जाता है क्योंकि यह अपने सदस्यों में सैन्य तरीके से तैयारी का भी विशेष महत्व देता है। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ भारत के सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी का पैतृक संगठन माना जाता है। इस संगठन का नाम संघ या आर.एस.एस. के नाम से भी जाना जाता है। अनुसार बीबीसी के रिपोर्ट, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ विश्व का सबसे बड़ा स्वयंसेवी संस्थान है।
प्रारंभिक प्रोत्साहन हिंदू अनुशासन के माध्यम से चरित्र प्रशिक्षण प्रदान करना था और हिन्दू राष्ट्र बनाने के लिए हिंदू समुदाय को एकजुट करना था।” एक ऐसे संगठन के विवरण को दर्शाता है जो हिंदू समुदाय के एकीकरण के लिए जन्मा था। इस संगठन के मुख्य उद्देश्य हिन्दू धर्म और हिंदू संस्कृति को संरक्षित रखना था और एक समृद्ध हिंदू राष्ट्र का निर्माण करना था। इस संगठन ने हिंदू धर्म, संस्कृति और इतिहास के आधार पर एक समृद्ध एवं एकजुट समुदाय के विकास के लिए कार्य किया। इसके अलावा, यह संगठन हिंदुत्व की विचारधारा का प्रचार करता था जो बहुसंख्यक हिंदू समुदाय को “मजबूत” बनाने का लक्ष्य रखती थी। इस संगठन के उदय से, हिंदुत्व की विचारधारा भारतीय राजनीति के मौलिक हिस्से में समाजवादी पक्ष बन गई है।
RSS सरसंघचालक
- डॉक्टर केशवराव बलिराम हेडगेवार उपाख्य डॉक्टरजी (१९२५ – १९४०)
- माधव सदाशिवराव गोलवलकर उपाख्य गुरूजी (१९४० – १९७३)
- मधुकर दत्तात्रय देवरस उपाख्य बालासाहेब देवरस (१९७३ – १९९३)
- प्रोफ़ेसर राजेंद्र सिंह उपाख्य रज्जू भैया (१९९३ – २०००)
- कृपाहल्ली सीतारमैया सुदर्शन उपाख्य सुदर्शनजी (२००० – २००९)
- डॉ॰ मोहनराव मधुकरराव भागवत (२००९ -)
आरएसएस कार्य
सामाजिक सेवा और सुधार: हिंदू संघ ने पिछड़े वर्गों और दलितों के लिए मंदिरों में पुजारी पद के प्रशिक्षण का पक्ष लिया है ताकि समाज में सामाजिक समानता बढ़े। हिंदू संघ के अनुसार, सामाजिक वर्गीकरण ही हिन्दू मूल्यों के हनन का कारण है।
महात्मा गांधी ने 1934 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शिविर की यात्रा के दौरान एक पूर्ण अनुशासन देखा और वहाँ छुआछूत की अनुपस्थिति पाई। उन्होंने व्यक्तिगत रूप से पूछताछ की और जाना कि वहाँ लोग एक साथ रह रहे हैं और एक साथ भोजन कर रहे हैं।
आरएसएस संघ की प्रार्थना
ख्यातिप्राप्त स्वयंसेवक
- रामनाथ कोविंद
- अटल बिहारी वाजपेयी
- एकनाथ रानडे
- नरेंद्र मोदी
- मनोहर पर्रिकर
- नितिन गडकरी
- राजनाथ सिंह
- मुरली मनोहर जोशी
- वेंकैया नायडू
- विजय रूपाणी
- देवेंद्र फडणवीस
- राम माधव
- अमित शाह
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का उद्देश्य क्या है?
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS), जिसे आमतौर पर संघ के रूप में जाना जाता है, एक हिन्दू संगठन है जिसका मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज के सामाजिक, सांस्कृतिक, और राष्ट्रीय सुधार में योगदान करना है। संघ का उद्देश्य निम्नलिखित मुख्य दिशाओं में से कुछ है:
- सामाजिक एकता: संघ का मुख्य उद्देश्य भारतीय समाज में सामाजिक एकता और सहानुभूति को बढ़ावा देना है। यह सभी वर्गों, जातियों, और समुदायों के लोगों के बीच सद्भावना और मिलनसर भावना को प्रोत्साहित करता है।
- राष्ट्रीय एकता: संघ का उद्देश्य भारतीय समृद्धि और सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय एकता को प्रोत्साहित करना है। यह राष्ट्रीय अखंडता की ओर प्रयासरत है और भारत की एकता को बढ़ावा देने का काम करता है।
- सांस्कृतिक उत्थान: संघ भारतीय संस्कृति और धर्म के प्रति समर्पित है और इनका संरक्षण और प्रशंसा करता है। यह भारतीय संस्कृति के मूल्यों और परंपराओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने का काम करता है।
- सेवा और स्वयंसेवा: संघ का मुख्य उद्देश्य सेवा और स्वयंसेवा के माध्यम से समाज की सेवा करना है। यह विभिन्न सामाजिक, प्राकृतिक, और मानविक आपातकाल में समर्थन प्रदान करता है और समाज के विकास में योगदान करता है।
संघ का उद्देश्य भारतीय समाज को समृद्धि, एकता, सांस्कृतिक संरक्षण, और सेवा के माध्यम से उन्नति की दिशा में मार्गदर्शन करना है। यह एक बड़ी स्वयंसेवी संगठन है जो भारतीय समाज के विभिन्न पहलुओं में साझा काम करता है।
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